बनी ठनी चित्र क्या है और बनी ठनी चित्र किस शैली से संबंधित है?
1.बनी ठनी चित्र क्या है?
बनी ठनी चित्र एक भारतीय चित्रकला है. बनी ठनी चित्र किशनगढ़ चित्रकला से संबंधित है. यह चित्र भारत के प्रसिद्ध चित्रो में से एक है. बनी ठनी चित्र राजस्थान के किशनगढ़ में बनाई गई पेंटिंग है. इस चित्र में हमें एक स्त्री आभूषण पहने हुए दिखाई पड़ती है.
बनी ठनी एक राजस्थानी शब्द है जिसका अर्थ सजी-ढजी या फिर सजी संवरी होता है.जैसा कि हमने पहले देखा बनी ठनी चित्र को भारत के मोनालिसा भी कहा जाता है चलिए अब जानते हैं बनी ठनी चित्र किसने और कब बनाया?
बनी ठनी चित्र किसने और कब बनाया?
यह बात है 18 वीं सदी की उन दिनों राजस्थान के अजमेर जिले के किशनगढ़ मैं एक राजा हुआ करते थे. जिनका नाम महाराजा सावंत सिंह था. उन्हें कविता और चित्र बनाने का और संग्रह करने का शौक था.
बनी ठनी चित्र को बनाने के लिए एक दिन महाराजा सावंत सिंह ने अपनी एक दासी तथा प्रेमिका को रानियों वाले पोशाक और आभूषण पहनाकर और एक जगह बिठा कर उनका चित्र बनाया. जिसे उन्होंने बनी ठनी चित्र का नाम दिया.
यह दासी राजा सावंत सिंह के दरबार की दासी थी जो दरबार में संगीत और कविता किया करती थी.
लेकिन कहानी सिर्फ इतनी ही नही है. उसके बाद राजा बनी ठनी चित्र को राज्य के चित्रकार को बताते है जिनका नाम होता है, निहालचंद. इसके बाद निहालचंद बनी ठनी चित्र को देखते है और उस चित्र में थोड़े बहुत सुधार करके उसकी प्रति यानी कि कॉपी बनाते है. और इस चित्र को नाम देते है बनी ठनी का चित्र।
निहालचंद भारत के एक प्रख्यात कलाकरों मेसे एक रह चुके है. उन्होंने राजा सावंत सिंह ओर दासी के बहुत सारे चित्र बनाए थे. जिसे लोग राधा कृष्ण की जोड़ी मानते है. निहालचंद ने कई प्रकार की राजपुताना चित्र भी बनाए थे.
यह चित्र किशनगढ़ में बनाई गई होने की वजह से बनी ठनी चित्र को किशनगढ़ चित्र शैली से संबंधित माना जाता है. यह चित्र 48 ✕ 36 Cm के आकार में बनाया गया था.
बनी ठनी चित्र को अन्य नामो से बुलाया जाता है जैसे की, कलावंती, उत्सव प्रिया, नागर रमणी, लवलिज, व राजस्थान की मोनालिसा, राजस्थान की राधा.
2.बनी ठनी पर डाक टिकट
आगे चल कर बनी ठनी पेंटिंग ज्यादा प्रख्यात होने की वजह से और कलाकार निहालचंद की याद में भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा 5 मई 1973 को बनी ठनी चित्र का डाक टिकट भी जारी किया था. बनी ठनी डाक टिकट 20 पैसे का था.